अपनी गंदी जुबान, गाली-गलौज भरे पोस्ट और सोशल मीडिया पे उच्च पदों पर आसीन व्यक्तियों के खिलाफ पोस्ट लिखने के कारण चर्चा नहीं बल्कि विवादों में रहने वाले वैभव मिश्रा पर पांच दिन पूर्व एक युवती ने महिला थाना मे मुकदमा दर्ज करवाया है। यह मुकदमा महिला उत्पीड़न और साईबर एक्ट के तहत दर्ज किये गये हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इस घृणित कार्य में सहयोगी उसकी पत्नी और एक अन्य महिला मित्र भी सलिंप्त थी।

वैभव मिश्रा का कथित रुप से अवैध सम्बन्ध उक्त युवती के साथ बताया जाता है जो की शादीशुदा है और अपने पती पे झूठा केस कर मोटा पैसा ऐंठ चुकी है और वैभव मिश्रा के लिये शिकार की तलाश करती है और उसे अपने रूप-रंग के जाल में फांस कर ब्लैकमेल कर पैसे की उगाही करने का काम करती है।
जानकारी के अनुसार पहला मामला गन्नीपुर निवासी वैभव मिश्रा और उसकी पत्नी समेत वैभव मिश्रा की एक महिला मित्र पर नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी करने और धोखे से अश्लील वीडियो बनाकर देह व्यापार के लिये दबाव डालने का आरोप एक युवती ने लगाते हुये महिला थाना में आवेदन दिया है। आवेदन में बताया गया है कि जनवरी 2018 में फेसबुक के माध्यम से अंकिता श्रीवास्तव से पीड़िता की दोस्ती हुई और अंकिता ने नौकरी दिलवाने हेतु उसे आरोपी वैभव मिश्रा से उसके गन्नीपुर स्थित आवास पर मिलवाया, जहाँ वैभव मिश्रा और उसकी पत्नी दीपशिखा पाराशर ने रिलायंस में काम दिलवाने हेतु एक लाख रुपये और शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र लाने को कहा गया। पीडी़ता ने अपने मां के गहने और कर्ज लेकर एक लाख रुपये और प्रमाण पत्र वैभव मिश्रा को दिया ।पैसे देने के उपरांत पीडि़ता को एक सप्ताह बाद आने को कहा, और उसके बाद टाल-मटोल करने लगे। रोने चिल्लाने पर अंकिता ने उसे देह व्यापार के लिये उकसाया और विरोध करने पे अंकिता श्रीवास्तव और वैभव मिश्रा की पत्नी दीपशिखा पाराशर ने पीडी़ता की चुपके से बाथरूम की अश्लील तस्वीरें बना ली और देह व्यापार के लिये दबाव देने लगी अन्यथा तस्वीरें सोशल मीडिया में डालने की धमकी देने लगी। आवेदन के अनुसार अंकिता और दीपशिखा ने पीडि़ता को धमकाते हुये कहा कि हमारे कहे जगह देह व्यापार के लिये नहीं जाओगी तो तुम्हें बदनाम कर देंगे, तुम्हारा जीवन तुम्हारा भविष्य सब बर्बाद कर देंगे। तुम्हारा परिवार कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं रहेगा। वैभव मिश्रा पीडि़ता को ब्लैकमेल कर अश्लील हरकतें करने की कोशिश करता रहा है और देह व्यापार के लिये दबाव बनाता रहता है। पीडी़ता के बात नहीं मानने पे सोशल मीडिया पर पीडि़ता के फेक नाम से अकाउंट बना कर उसकी तस्वीरें और आॅडियो और मोबाईल नम्बर वायरल कर दिया और असामाजिक तत्वों द्वारा अश्लील कमेंट करवाकर ब्लैकमेल करने लगा तब युवती ने महिला थाना पहुंच शिकायत दर्ज करवाई।
इस मामले में महिला थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी ने कहा कि महिला उत्पीड़न और साईबर एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। मैनें आरोपी के अकाउंट की भी पड़ताल की है, काफी आपत्तिजनक पोस्ट हैं। मिल रही जानकारी के अनुसार पीड़िता का न्यायालय में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की तलाश में जगह जगह छापेमारी की जा रही है। महिला पुलिस पीड़िता को ले घटनास्थल का भी मुआयना की जहां आरोपी ने उसके साथ अश्लील हरकतें की थी और पैसे लिए थे।
वहीं मुख्य आरोपी वैभव मिश्रा की पत्नी दीपशिखा पाराशर ने अपने फेसबुक अकाउंट से पीड़िता युवती का नाम सार्वजनिक कर अपने को बेकसूर बताया है और पूर्व की तरह इस बार भी अपनी मासूम बच्ची का सहारा लिया। ताकि आमजनों की सहानुभूति की छाँव तले उनके साथ नरमी बरती जाये, और उनके फाॅलोवरों की जमात में उनकी छवि एक शरीफ परिवार की बन सके। माननीय न्यायालय के स्पष्ट निर्देश के बावजूद मुख्य आरोपी वैभव मिश्रा की पत्नी ने पीडि़त युवती का नाम अपने फेसबुक अकाउंट के माध्यम से सार्वजनिक करने का अपराध किया है। अब देखना ये है की क्या पुलिस ईस मामले मे संज्ञान लेते हुये दिपशिखा पराशर पे मुकदमा दर्ज करती है या नहीं ?
बिल्कुल ऐसे ही मुजफ्फरपुर के एक चर्चित बालिका गृह कांड मामले में बालिका के नाम और तस्वीरें सार्वजनिक करने के मामले में एक आरोपी की पत्नी पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुये मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था।
दूसरा मामला सदर थाना में दर्ज किया गया है, जिसमें पताही क्षेत्र निवासी एक युवती ने सुमेरा पकड़ी के ऋषि कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है , जिसमें शादी का झांसा देकर एक लाख रुपये ठग लिया और पैसा मांगने पे गाली-गलौज करता है।
अपरोक्ष रूप से वैभव मिश्रा उसकी पत्नी दीपशिखा पराशर और वैभव मिश्रा की महिला मित्र अंकिता श्रीवास्तव भी शामिल है। सदर थाने में दिए आवेदन में पीडी़ता ने कहा कि सुमेरा पकड़ी के ऋषि कुमार ने शादी का झांसा देकर पीड़िता की नानी से ₹100000 ठग लिए और शादी के बाबत बोलने पर टालमटोल करने लगा। हालांकि सदर थाने में दिए आवेदन में वैभव मिश्रा दीपशिखा पराशर और अंकिता श्रीवास्तव का नाम तो दर्ज नहीं है पर मुजफ्फरपुर नाउ से बातचीत के क्रम मे उन्होंने बताया कि मदद मांगने वैभव मिश्रा से संपर्क किया तब वैभव मिश्रा ने शादी करवा देने के नाम पे 50 हजार रुपये की माँग करते हुये पीड़िता की मां से ₹23000 धोखे से ऐंठ लिए और दिपशिखा पराशर मिश्रा ने एक आवेदन पीडी़ता से दुर्गा वाहिनी के नाम से लिखवा लिया। जब काफी दिन बीत गये तो युवती उसके पास पैसे मांगने गई तो कभी कोई कागज कभी कोई कागजात तैयार कराने के नाम पर जालसाजी कर टालता रहा। जबकि वैभव मिश्रा की पत्नी दीपशिखा पाराशर ने ₹7000 और देने के लिए दबाव बनाया और अंकिता श्रीवास्तव ने भी पैसे देने हेतु दबाव बनाया, और गन्नीपुर स्थित आवास के पास पीडि़ता और उसकी माँ को बुलाकर कागजात तैयार कराने के नाम पर तत्काल पाँच हजार रुपयों की माँग की। जिस पर पीडि़ता की माँ ने असमर्थता जताते हुये तीन हजार रुपये दीपशिखा को दिये, और वो स्कूटी से कहीं चली गई।युवती ने कहा की इ स बात का आभास हो गया था कि वह मुझे बेवकूफ बनाकर पैसे ले रहे हैं। मुजफ्फरपुर नाउ को पीड़िता ने बताया की ऋषि से शादी तो नहीं हुई और ना ही ऋषि ने पैसे वापस किये और फोन करने पे मरवाने का धमकी देने लगा।
उधर पैसे मांगने को लेकर मुझे बराबर वैभव मिश्रा गोली मारने की और जान से मारने की धमकी देता रहा जिसकी कई रिकॉर्डिंग भी पीड़िता के पास उपलब्ध है और उन्होंने मुजफ्फरपुर नाउ को भी बतौर सबूत उपलब्ध कराया है। यह पूछे जाने पर कि आवेदन में वैभव मिश्रा, उसकी पत्नी दीपशिखा पाराशर और उसकी महिला मित्र अंकिता श्रीवास्तव का नाम क्यों नहीं दिया इस पर पीड़िता ने बताया कि वो उनकी धमकियों से काफी डर गई थी। पर जांच के दौरान वे पुलिस के समक्ष सारी बातों को रखेंगी। उन्होंने मुजफ्फरपुर नाउ को जो ऑडियो उपलब्ध कराया है जिसमें वैभव मिश्रा वैलेंटाइन डे के विरोध के कारण जेल जाने का भी दोष पीड़िता पर मढ़ता दिखा। काफी धमकियों और काफी गाली-गलौज वाले फोन रिकॉर्डिंग आरोपी ऋषि और वैभव मिश्रा के उपलब्ध करवाये हैं।
(पीडि़ता द्वारा उपलब्ध कराये गये आॅडियो क्लिप और काॅल रिकॉर्डिंग के आधार पर)
इस मामले में कल मामले के अनुसंधानक पंकज कुमार ने पीड़ित युवती का बयान दर्ज किया जिसमें उसने ऋषि के साथ-साथ वैभव मिश्रा द्वारा भी पैसे लिए जाने के बात केस के अनुसंधानक के समक्ष स्वीकार की और इस मामले में गवाह का भी बयान दर्ज किया गया। गवाह के रूप में नगर थाना क्षेत्र के लकडी़ ढाही निवासी दामोदर सिंह के पुत्र कातिब अजय सिंह ने भी अपना बयान केस के अनुसंधानक पंकज कुमार के समक्ष मोबाइल पर फोन कर दर्ज कराया। इस बात की सूचना पीडि़त युवती ने मुजफ्फरपुर नाऊ को फोन कर दी।
खुद को एक धर्म विशेष का रक्षक और हिमायती बताने वाला वैभव अन्य धर्म को अपने फेसबुक पोस्ट और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से खुलेआम गाली-गलौज और अपशब्द बोलते देखा जा सकता है।जब दुर्गा वाहिनी के पदाधिकारियो को ईनलोगो की करतूत मालूम चला तो तत्काल प्रभाव से दुर्गावाहिनी मुजफ्फरपुर ईकाई को भंग करते हुये अंकिता श्रीवास्तव और दिपशिखा पराशर मिश्रा को संगठन से बाहर कर दिया गया।
मुजफ्फरपुर के साहेबगंज रजवाडा़ गांव के मूल निवासी मुकेश मिश्रा का पुत्र वैभव मिश्रा शुरुआती दिनों में दिल्ली रहता था जहां उसने एक विवाह किया पर यह शादी ज्यादा दिनों तक चली नहीं। फिर वैभव मिश्रा पटना आ गया और बोरिंग रोड में रहने लगा जहां उसने दीपशिखा पराशर से प्रेम विवाह किया। उसके बाद वह मुजफ्फरपुर के गन्नीपुर समेत कई मोहल्लों में किराए का मकान बदल-बदल कर रहने लगा और अभी वर्तमान में वे बीबीगंज राहुल नगर में रहता हैं, जहां महिला थाना ने 2 दिन पूर्व छापेमारी की थी पर वह वहां से फरार मिला। उसके खिलाफ कई ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं जिसमें कई लोगों से ठगी और धोखाधड़ी का मामला शामिल है जिसमें एक मामला विजय साह नामक व्यक्ति का है जिससे वैभव ने बी. एड. में नामांकन के नाम पर ₹74000 ठग लिए। किशन नामक एक युवक ने भी प्रेम विवाह के नाम पर वैभव मिश्रा को ₹10000 देने की बात सोशल मीडिया के माध्यम से उजागर की थी पर इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं हो सकी है। वैलेंटाइन डे के दिन प्रेमी जोड़ों को अपशब्द कहने प्रताड़ित करने और शहर के कई रेस्टोरेंटों और सार्वजनिक जगहों पर उत्पात और उपद्रव मचाने को लेकर उन्होंने दुर्गा वाहिनी नामक संस्था को बदनाम कर दिया जिस मामले में वैभव मिश्रा समेत दीपशिखा पराशर और अंकिता श्रीवास्तव पर मुकदमा दर्ज हुआ और उन्हें जेल जाना पड़ा था। वहीं दुर्गा वाहिनी की मुजफ्फरपुर इकाई को भंग करने हेतु आधिकारिक पत्र जारी कर दिया गया था। इस मामले में मुजफ्फरपुर नाऊ ने सनसनीखेज खुलासा किया था जिस पर तिलमिलाए वैभव मिश्रा ने फेसबुक पर लाइव आकर इतनी गंदी गंदी गालियां और अपने संस्कार का परिचय देते हुए धमकियाँ, अश्लील शब्द, महिलाओं और युवतियों के लिए गंदे गंदे कमेंट कर अपनी खूब जगहंसाई की थी जिस मामले में समाजसेवी रंजन कुमार पांडे ने साईबर एक्ट के तहत मिठनपुरा थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था जो अभी भी लंबित है।
सूत्रों के अनुसार अंकिता श्रीवास्तव ने पूर्व में एक युवक को अपने रूप जाल में फंसाकर प्रेम विवाह किया था और उसे वैभव मिश्रा और दीपशिखा पाराशर के सहयोग से महिला उत्पीड़न दहेज उत्पीड़न समेत कई मामलों में ब्लैकमेल कर उससे अच्छी खासी रकम वसूली थी और इसके बाद दोनों में तलाक हो गया था। मिली जानकारी के अनुसार अंकिता के इस कदम से उसके घर वालों ने उसे घर से निकाल दिया था और वह कुछ दिन पूर्व तक वैभव मिश्रा के साथ ही रह रही थी। धोखाधड़ी और लोगों को अपने प्रभाव में लेने के लिए वह अपनी दबंगई प्रदर्शित करने के लिए वैभव मिश्रा अपने फेसबुक पोस्ट पर एसपी, डीएसपी, सत्ताधारी नेताओं और मंत्रियों के साथ ली गई सेल्फियों को पोस्ट करता है ताकि लोग उससे प्रभावित हो और उनके प्रभाव में रहें।
वैभव मिश्रा द्वारा पोस्ट किए गए पूर्व के कुछ स्क्रीन शॉट्स, उनके कमेंट्स और उनकी ऑडियो क्लिप यहां डाले जा रहे हैं आप स्वयं देखें और अंदाजा लगाएं कि किस मानसिकता का यह व्यक्ति है जो धर्म की आड़ लेकर धोखाधड़ी करता रहा है और अपने आपका बचाव करता रहा है। उसका एक अन्य आडियो क्लिप भी वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहा है कि एक धर्म विशेष के नाम पर गरीब बताकर सोशल मीडिया के माध्यम से वो लोगों से लाखों रुपये हासिल कर सकता है।
जानकारी के अनुसार दुर्गा वाहिनी, बजरंगदल, विहिप, हिन्दू पुत्र समेत कई संगठनो के नाम पर दबगई और गुण्डई कर अवैध वसूली और धोखाधडी़ कर संगठनों की प्रतिष्ठा का हनन करने जैसा घृणित कार्य में संलिप्त रहा है।
नोट : इन अश्लील तथ्यों का समर्थन मुजफ्फरपुर नाऊ नहीं करता न ही इस तरह की सामग्री को डालना चाहते हैं, पर समाज के समक्ष ऐसे लोगों का चेहरा उजागर करना जरुरी है।
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