बिहार : लखीसराय के एक कॉलेज में प्रैक्टिल परीक्षा में अच्छे नंबर देने के लिए छात्रों से रिश्वत लेने एक छात्र नेता की कॉलेज के टीचर से तीखी बहस भी हो गई। गुस्से में शिक्षक ने भी ये दिया की, ‘हम पैसा लेंगे, तुम कौन होते हो बोलने वाले।’ वहीं इस तीखी बहस का विडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं।
क्या हैं पूरा मामला
हिंदुस्तान के एक रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला लखीसराय के नया बाजार स्थित आर लाल कॉलेज का हैं। शनिवार को प्रैक्टिकल परीक्षा में अच्छे अंक देने के नाम पर पैसे लेने की बात पर छात्रों ने कॉलेज में इसका विरोध शुरू कर दिया। दरअसल इस कॉलेज मे, हाल हीं में बीए पार्ट-1 व पार्ट-2 की परीक्षा संपन्न हुई हैं। इसी परीक्षा का प्रैक्टिकल सात जुलाई से 12 जुलाई तक होनी हैं। लेकिन प्रैक्टिकल परीक्षा के बीच यह जानकारी सामने आई कि परीक्षार्थियों से अवैध तरीके से सात सौ रुपए अच्छे अंक देने के नाम पर वसूले जा रहे हैं। और इसका कोई रसीद भी बच्चों को नहीं दिया जा रहा हैं।
इस बात की जानकारी होने पर अभाविप (ABVP) के कार्यकर्ता पूर्व विभाग संयोजक सह वर्तमान में कार्यकारिणी सदस्य मनीष कुमार के साथ कॉलेज पहुंचे थे। जब मनीष कुमार ने कॉलेज के प्रैक्टिकल रूम के बाहर खड़े होकर एक टीचर से छात्रों का पैसे लिए जाने का कारण पूछा तो वे काफी ज्यादा आग बबुला हो गए। उन्होंने ABVP के कार्यकर्ता को धक्का देकर बाहर करने लगे। और साथ हीं यह भी कहते दिखे कि ‘हां हम पैसे लेंगे, तुम कौन होते हो बोलने वाले। तुम लोग परीक्षा खराब करने और धांधली कराने आए हो।’ वहीं छात्र नेता और टीचर के बीच हुई तीखी बहस का किसी ने विडियो बना लिया था जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं।
देखें विडियो :
प्रैक्टिकल एग्जाम में रिश्वत लेने का टीचर पर आरोप। छात्र नेता से हुई तीखी बहस, देखिए वीडियो। #Bihar #Teacher @Live_Hindustan pic.twitter.com/zeMYmU0ExD
— Hindustan UP-Bihar (@HindustanUPBH) July 9, 2022
इस मामले पर कुछ छात्र-छात्राओं साथ एक दो अभिभावकों ने बताया कि, उनलोगों ने भी कॉलेज मे प्रैक्टिकल के लिए 500 रुपये और 200 रुपए दिए हैं। और उन्हे कॉलेज की तरफ से कोई रसीद भी नहीं मिला हैं। कहा गया कि पैसे नहीं दोगे तो, भविष्य बर्बाद कर देंगे। वहीं इस मामले में कॉलेज प्राचार्य रामशरण महतो ने कहा हैं कि, इस तरह की जानकारी उन्हें नहीं हैं और न ही किसी छात्रों से पैसा लिया जाना हैं। यदि कोई शिक्षक पैसे लेते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।