बिहार के सीतामढ़ी जिले के रीगा थाना क्षेत्र के रमनगरा गांव में प्रेम विवाह करने वाले एक दंपती को समाजिक विरोध का सामना करना पड़ रहा है। गांव में बैठी पंचायत ने तालिबानी फैसला सुनाते हुए उन्हें एक साल के लिए गांव से तड़ीपार कर दिया है। फैसले की अवमानना करने पर 25 हजार रुपये जुर्माने की भी सजा सुनाई गई है।
हालांकि, कुछ लोगों के समझाने बुझाने के बाद से पंचायत ने अपने फैसले को रद करने के लिए हामी भर दी है। वहीं, कुछ लोग नव दंपती धीरज कुमार व सीमा कुमारी को जान से मार देने की लगातार धमकी दे रहे हैैं। वे पंचायत के फैसले और लगातार मिल रही धमकियों से दहशत में हैं। पीड़ित नवदंपती ने थाने में अपनी सुरक्षा के लिए लिखित आवेदन दिया है। पुलिस ने उन्हें सुरक्षा का आश्वासन दिया है। बताया गया है कि तलाक शुदा सीमा ने रिश्ते के देवर धीरज से सगाई की है, जिसकी वजह से गांव वाले विरोध कर रहे हैं।

दरअसल, रमनगरा गांव के रामबाबू ठाकुर के पुत्र नंदन ठाकुर की शादी 18 मई 2017 को शिवहर जिले के पिपराही थाना अंतर्गत मीनापुर बलहा गांव निवासी राधेश्याम ठाकुर की पुत्री सीमा कुमारी के साथ हुई। शादी के एक महीने के बाद ही पति पत्नी के बीच किसी कारण विवाद होने लगा। महज 6 महीने में उत्पन्न विवाद ने ऐसा रूप लिया कि उनके परिजनों ने तलाक का निर्णय ले लिया। इसको लेकर गांव के प्रबुद्ध लोगों ने लड़का-लड़की के पिता व परिजनों के बीच पंचनामा बनवाकर तलाक की इजाजत दे दी। 20 नवंबर 2017 से दोनों अलग रहने लगे।
इसी बीच रमनगरा गांव के ही बीगू ठाकुर का पुत्र धीरज सीमा के साथ शादी करने का निर्णय ले लिया। लड़की के पिता ने भी सहमति दे दी। इसकी भनक गांव वालों को मिली। तब जातीय पंचों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया।
पंचायत के विरोध के बाद भी धीरज और सीमा 25 फरवरी 2018 को सीतामढी जानकी मंदिर परिसर में सात फेरे लेकर शादी के बंधन में बंध गए। लेकिन, समाज के डर से धीरज सीमा के साथ रीगा प्रखंड के ही एक गांव में रिश्तेदार के घर रह रहे हैं।
धीरज कुमार ने पुलिस आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगायी है। उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। – ललन पासवान, रीगा थानाध्यक्ष
Input : Dainik Jagran