PATNA : विधानसभा में सदस्यता की शपथ लेते वक्त ‘हिंदुस्तान’ शब्द पर आपत्ति जताने वाले एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान ने सदन से बाहर निकलते ही अपना सुर बदलने लगे हैं और अख्तरुल ईमान ने सदन के बाहर मीडिया के सामने कहा है कि हिंदुस्तान शब्द पर कोई आपत्ति नहीं जताई बल्कि इतना जरूर कहा कि जब सभी भाषाओं में ‘भारत के संविधान’ शब्द का इस्तेमाल होता है तो फिर उर्दू में भी ऐसा ही होना चाहिए. अख्तरुल ईमान ने कहा कि इसी वजह से उन्होंने भारत के संविधान की शपथ ली.

अख्तरुल ईमान ने कहा कि भारतीय संविधान के प्रस्तावना में जब ‘भारत के लोग’ और भारत का संविधान बोला जा रहा है तो ऐसे में भारत ही बोलना ज्यादा उचित है. उन्होंने कहा कि उन्हें हिंदुस्तान शब्द से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन जब भारत बोलना ज्यादा मुनासिब है तो भारत शब्द का ही इस्तेमाल होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अन्य भाषाओं में भारत शब्द का ही इस्तेमाल होता है उसी के तर्ज पर उन्होंने प्रस्ताव रखा कि जब उर्दू में शपथ पत्र ट्रांसलेट किया जाए तो उसमें भी हिंदुस्तान की जगह भारत शब्द लिखा जाना चाहिए.

बता दें कि सदस्यता की शपथ के दौरान आज एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान ने आपत्ति जताते हुए थोड़ी देर के लिए सदन में अजीबोगरीब स्थिति पैदा कर दी थी. दरअसल एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान का नाम जैसे ही सदस्यता की शपथ के लिए पुकारा गया वैसे ही उन्होंने खड़े होकर हिंदुस्तान शब्द पर आपत्ति जता दी थी. अख्तरुल इमान को उर्दू भाषा में शपथ लेनी थी लेकिन उर्दू में भारत की जगह हिंदुस्तान शब्द के इस्तेमाल पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए प्रोटेम स्पीकर से भारत शब्द का इस्तेमाल करने की गुजारिश की थी.

वहीं लव-जिहाद के मुद्दे पर अख्तरुल ईमान ने कहा कि यदि इस वक़्त के राजनीतिक परिवेश में लव-जिहाद का मुद्दा छेड़ा जाता है तो इसका साफ़ मतलब यही होगा कि वैशाली की गुलनाज के कातिलों को सत्ता पक्ष के लोग बचाना चाहते हैं और मीडिया को दिग्भ्रमित करना चाहते हैं. उन्होंने चुनाव में AIMIM की 6 सीटों पर जीत के बारे में कहा कि ये केवल AIMIM की जीत नहीं बल्कि पूरे GDA की 6 सीटों पर जीत है. उन्होंने कहा कि GDA के सभी विधायक मजबूती से सदन में जनता के मुद्दों को उठाएंगे और जनता की सेवा में लगे रहेंगे.

Previous articleरेलवे में 1.40 लाख लोगों को मिलेगी नौकरी, 2.40 करोड़ युवकों ने किया है आवेदन, परीक्षा की तैयारी शुरू
Next articleबिहार के साढ़े चार हजार अप्रशिक्षित सिपाहियों को मार्च 2021 तक ट्रेंड करने की तैयारी