सीवान जिले के दरौली प्रखंड में कुछ मछुआरों ने सरयू नदी में छोटी मछली को पकड़ने के लिए जाल डाला था। कुछ देर के बाद मछुआरों को जाल में मछली फंसे होने का अनुमान हुआ तो उन्होंने जाल को समेटा तो जाल इतना भारी हो गया कि मछुआरे चौंक गए।
मछुआरों को आश्चर्य हुआ और डर भी लग रहा था कि मछली की जगह जाने क्या उनके जाल में फंस गया है। लेकिन जब सबने एक साथ मिलकर जाल को नदी से बाहर निकाला तो इतनी बड़ी मछली देखकर सबकी आंखें फटी रह गईं। मछुआरों ने मछली को देखकर समझा कि यही कैटफिश है जो नदी की तलहटी में रहती है और कीड़ों-मकोड़ों के साथ शव भी खा जाती है। इस मछली को मछुआरे गोछीटा भी कहते हैं।
शनिवार की सुबह मछुआरे जैसे ही नदी से जाल में फंसी 60 किलो की मछली को लेकर बाहर आए, इतनी बड़ी मछली को देखने के लिए आसपास के लोग जुट गए। इतनी बड़ी मछली को देखकर सबका मुंह खुला का खुला रह गया। बच्चे दौड़-दौड़कर मछली देखने आते थे और दूर से ही भाग जाते थे। मछली का वजन 60 किलो था जिसे उठाने के लिए कई लोगों ने एक साथ जाल को टांग लिया था।
मछली पकड़ने वाले मछुआरों ने बताया कि हम इस मछली को गोछीटा कहते हैं। मछुआरों ने बताया कि आजकल नदी में पानी कम है जिसकी वजह से यह मछली जाल में फंस गई नहीं तो इस मछली को पकड़ना आसान नहीं होता।
Input Dainik Jagran