पटना में पाइपलाइन से रसोई गैस की आपूर्ति इस अक्टूबर से संभव हो सकती है। उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गेल इंडिया को कहा कि पटना के घरों में इस साल अक्टूबर तक पाइप से एलपीजी की आपूर्ति शुरू कर दी जाए। साथ ही राज्य के दूसरे स्मार्ट सिटी घोषित मुजफ्फरपुर और भागलपुर में भी पाइप से गैस की आपूर्ति की जाए।
Petroleum and Natural Gas Regularity Board के द्वारा आयोजित 9th City Gas Distribution Bidding Round के रोड शो कार्यक्रम में… pic.twitter.com/2Hfb2wzSoC
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) June 1, 2018
उप मुख्यमंत्री शुक्रवार को एक होटल में पेट्रोलियम व नेचुरल गैस रेग्युलेटरी बोर्ड की ओर से बिहार के छह जिलों में पाइपलाइन से गैस वितरण के लिए नौवें निविदा राउंड समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार बिल्डिंग बायलॉज में संशोधन करेगी, ताकि बहुमंजिली इमारतों में निर्माण के दौरान ही उसमें पानी की तरह गैस का पाइप भी लगाया जा सके।
सीएनजी वाहनों का कम हो सकता है रजिस्ट्रेशन शुल्क : श्री मोदी ने कहा कि सीएनजी संचालित वाहनों के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क कम करने पर विचार हो सकता है। राज्य सरकार पहल करेगी कि पुराने वाहनों को सीएनजी में परिवर्तित करने के लिए किट उपलब्ध हो।
पटना में जल्द ही सीएनजी स्टेशन स्थापित हो जायेंगे। बताया कि बिहार में गैस की आपूर्ति के लिए 490 किमी मुख्य पाइपलाइन में से 410 किमी पाइप बिछ चुकी है। राज्य के छह जिलों औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास, बेगूसराय, गया और नालंदा में शहरी गैस वितरण के लिए 10 जुलाई तक निविदा की प्रक्रिया पूरी कर पाइप बिछाने का काम शुरू कर दिया जायेगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प 2019 तक देश के एक करोड़ घरों में पाइप से गैस पहुंचाने का है। पाइप से गैस की आपूर्ति होने से गैस आधारित उद्योग भी लगेंगे। केन्द्र ने 2022 तक क्रूड ऑयल के आयात में दस प्रतिशत कटौती का लक्ष्य तय किया है।
छह जिलों में जल्द शुरू होगा पाइप बिछाने का काम, इसके बाद मिलेगी सुविधा
इमारतों में गैस पाइप लगाने को बायलॉज में होगा संशोधन
पुराने वाहनों को सीएनजी में परिवर्तित करने के लिए किट उपलब्ध हो
Input : Live Hindustan