पीएम मोदी से हाथ मिलाते हुए फेसबुक पर तस्वीर अपलोड करने वाले युवक अनुपम पांडेय को सोशल मीडिया पर पीएम का वाराणसी में मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम जारी करना महंगा पड़ गया है। एसपीजी की ओर से इस मामले में आपत्ति जताने के बाद डीजीपी के निर्देश पर युवक के खिलाफ मंगलवार रात मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। देर रात उससे पूछताछ होती रही।

दरअसल, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों व पीएम मोदी के वाराणसी दौरे को लेकर एसपीजी खासी सतर्कता बरत रही थी। पीएम पर आतंकी खतरे को लेकर खुफिया एजेंसियों की ओर से पहले ही कई इनपुट जारी हैं। ऐसे में पीएम का वाराणसी दौरे का मिनट-टू-मिनट ब्योरा सोशल मीडिया पर जारी होते ही पीएम की सुरक्षा में तैनात एसपीजी सक्रिय हो उठी। जांच में पता चला कि अनुपम पांडेय की ओर से सोशल मीडिया पर सबसे पहले पीएम का कार्यक्रम जारी किया गया था।

सकुशल दौरे के बाद एसपीजी ने डीजीपी को पूरे प्रकरण से अवगत कराते हुए आपत्ति दर्ज कराई। एसपीजी की आपत्ति पर प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। आननफानन में वाराणसी में आला अधिकारियों से वार्ता कर आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई का निर्देश दिया गया। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए युवक के पिता जौनपुर में आयुर्वेद के चिकित्साधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। पूछताछ के दौरान परिवारीजन ने दावा किया कि अनुपम दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली से जुड़ा था। तबीयत खराब होने के चलते वह वाराणसी आ गया।

अनुपम पांडेय को पीएम ट्विटर पर करते हैं फॉलो

बता दें कि अनुपम पांडेय को पीएम मोदी ट्विटर पर फॉलो करते हैं। पीएम ट्वीटर पर केवल 1,932 लोगों को फॉलो करते हैं जिनमें अनुपम पांडेय भी शामिल है। अनुपम पांडेय का अकाउंट ट्विटर पर वेरिफाइड है। अनुपम को ट्वीटर पर 28 हजार से ज्याद लोग फॉलो करते हैं। अनुपम ने वर्ष 2015 में 2 जुलाई को पीएम के साथ एक फोटो पोस्ट की थी। इस फोटो में पीएम अनुपम के साथ मुस्कुराते हुए हाथ मिलाते दिखाई दे रहे हैं। इस फोटो को 1 हजार लोगों ने लाइक और 543 लोगों ने रिट्वीट किया है।

मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन पर भी सूरक्षा में चूक

गौरतलब है कि सूरक्षा में चूक का एक दूसरा मामला भी सामने आया है। यह मामला मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन परिसर में पीएम मोदी के वाराणसी-पटना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाए जाने के समय का है। जानकारी के मुताबिक पीएम का काफिला के स्टेशन परिसर में घुसने के दौरान तमाम लोग सुरक्षा के लिए बने प्रतिबंधित क्षेत्र में दाखिल हो गए थे। हालांकि एसपीजी ने तत्काल भीड़ को रोक लिया था। इसी मामले में भीड़ के स्टेशन परिसर में घुसने को एसपीजी ने इसे सुरक्षा में चूक मानते हुए संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण देने को कहा है, जिसके बाद सुरक्षा में तैनात रेलवे पुलिस के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।

सीएम योगी ने पहले ही दिए थे निर्देश

प्रधानमंत्री के दौरे से पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। इस दौरान सीएम ने कहा था कि पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति की सुरक्षा में अगर कोई चूक होती है तो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी। इसके बावजूद चूक होने को बड़ी लापरवाही माना जा रहा है।

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