Patna : बिहार की राजधानी पटना मे देश में चौथा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बनकर तैयार हो गया हैं। इस मंदिर का निर्माण 2009 से किया जा रहा हैं । और इसे बनाने मे करीब 100 करोड़ रुपए की लागत आई हैं। इस मंदिर में एक साथ 5000 लोग बैठ कर दर्शन कर सकते हैं।

पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन

मंदिर के पुजारी राममूर्ति दास के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 मई 2022 को इस बांके बिहारी मंदिर का उद्घाटन करेंगे।

क्या हैं इस मंदिर की खासियत ?

राजधानी पटना के बुद्ध मार्ग पर स्थित दो एकड़ में बने श्री राधा बांके बिहारी जी की 4 मंजिला मंदिर को सेमी अंडर ग्राउंड बनाया गया हैं। जिसमें एक भक्ति कला क्षेत्र हैं। व फर्स्ट फ्लोर पर प्रसादम हॉल है, जहां करीब एक हजार लोग एक साथ बैठकर प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। सेकेंड फ्लोर पर बांके बिहारी का गर्भ गृह हैं। गर्भगृह के एक तरफ राम दरबार तो दूसरी चैतन्य महाप्रभु का दरबार बना हुआ हैं। इस इस्कॉन मंदिर मे राजस्थान से लाया गया मकराना का संगमरमर लगाया गया हैं, जो इसकी खूबसूरती को और ज्यादा बढ़ाता हैं। वहीं इसकी ऊंचाई 108 फीट हैं, और इसमें 84 खंभे लगे हुये हैं।

देश का चौथा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर

पटना का यह मंदिर देश में चौथा सबसे इस्कॉन बड़ा मंदिर हैं। बेंगलुरु का इस्कॉन मंदिर देश का सबसे बड़ा मंदिर है। व दूसरे नंबर पर वृंदावन का श्रीकृष्ण बलराम इस्कॉन मंदिर हैं। वहीं तीसरे स्थान पर मुंबई के जुहू में बना इस्कॉन मंदिर हैं।

84 खंभों वाला देश का तीसरा मंदिर

84 खंभों पर बनने वाला यह देश का तीसरा मंदिर हो गया हैं। इस मंदिर के अलावा राजस्थान के भरतपुर जिले के कामां का मंदिर व मथुरा का नंद भवन मंदिर 84 खंभों पर बना है। पुजारी राममूर्ति दास ने बताया कि, 84 खंभों का एक खास कारण हैं। क्योंकि सनातन धर्म में 84 योनि का वर्णन हैं। इसलिए इस मंदिर में 84 खंभे बने हुये हैं, इनकी एक बार परिक्रमा करने पर जीवन के 84 योनि के चक्र से बाहर निकला जा सकता हैं।

लाइब्रेरी भी होगी इस मंदिर मे

मंदिर परिसर में गोविंदा रेस्टोरेंट बनाया गया हैं जहाँ शुद्ध शाकाहारी व्यंजन प्राप्त होंगे। वहीं मंदिर परिसर में हीं 70 कमरों का अतिथि गृह बाहर से आए लोगों के ठहरने के लिए बनाया गया है। जबकि 300 गाड़ियों के पार्किंग की भी क्षमता परिसर में हैं। और मंदिर में सुरक्षा के दृष्टिकोण से 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। वहीं मंदिर में एक लाइब्रेरी भी होगी, जहाँ स्वामी प्रभुपाद और वेद व्यास द्वारा रचित ग्रंथ रखे जाएंगे।

गोशाला मे 500 से अधिक गाय होंगी

इस इस्कॉन मंदिर में एक गोशाला भी बनायी गयी हैं जिसमे 500 से ज्यादा देशी गाय रखी जाएंगी। उन्हीं गायों के दूध से भगवान कृष्ण को भोग लगाया जाएगा। व भक्तों के लिए महा प्रसाद भी बनाया जाएगा।

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