पटना: विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा शुक्रवार को पटना पहुँचकर राष्ट्रपति चुनाव में अपना समर्थन मांगा। वहीं उन्होने नितीश कुमार को लेकर एक बड़ा बयान दिये हैं। उन्होने कहा की, चुनाव के लिए समर्थन मांगने के लिए नीतीश कुमार से संपर्क करने की कोशिश की, तो उन्होंने मेरा फोन तक रिसीव नहीं किया।
ओडिशा का दिया उदाहरण
सिन्हा का कहना हैं की, वे बिहार के हीं हैं यहीं से अपनी पढ़ाई पूरी किए हैं इसलिए राज्य से समर्थन के वे हकदार हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन नहीं मिलने से काफी हैरान हूँ। ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने द्रौपदी मुर्मू को इसलिए समर्थन दिया, क्योंकि वो ओडिशा राज्य की रहने वाली हैं।
बिहार का बेटा हो सकता हैं भारत के शीर्ष पद पर आसीन
यशवंत सिन्हा ने कहा की, इसके पहले भी प्रतिभा पाटिल के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने पर शिवसेना ने पंक्ति तोड़ते हुए उनके समर्थन की घोषणा कर दी थी। ‘ये बिहार राज्य के लिए अच्छा होगा की अगर 60 साल के अंतराल के बाद इस मिट्टी का एक और बेटा भारत के शीर्ष पद पर आसीन हो, जो डॉ. राजेंद्र प्रसाद के पास था. उन्होंने कहा, ‘ यह वो जगह हैं, जहां मेरा जन्म हुआ, मैंने अपनी शिक्षा प्राप्त की, पटना विश्वविद्यालय में पढ़ाया और बिहार कैडरर के आईएएस अधिकारी के रूप में मैंने अपनी सेवा बिहार को दी।’
तेजस्वी यादव सहित शत्रुघ्न सिन्हा थे मौजूद
राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा 18 जुलाई को होने वाले भारत के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए प्रचार करने के बाद पटना मे पत्रकारों से बात की। इस मौके पर उनके साथ तेजस्वी यादव, शत्रुघ्न सिन्हा सहित कई नेता मौजूद थे।
सीएम नितीश ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का किए हैं ऐलान
ज्ञात हो की, सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने पिछले दिनों भारत के राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान था। वहीं, राजद, कांग्रेस, वाम दल समेत अन्य विपक्षी दल यशवंत सिन्हा के समर्थन में हैं।