पताही हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार के लिए जिला प्रशासन ने उड्डयन मंत्रालय को 50 करोड़ का प्रस्ताव भेजा है। वर्तमान भौगोलिक स्थिति को देखते हुए रनवे विस्तार को जमीन अधिग्रहण का विचार जिला प्रशासन ने त्याग दिया है। इसकी जगह वर्तमान उपलब्ध जमीन में 150 मीटर रनवे विस्तार से काम चलाने का निर्णय लिया गया है।

प्रशिक्षु आईएएस विशाल राज ने बताया है कि पताही हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार के लिए प्रकिया चल रही है। इसके तहत जिला प्रशासन ने आकलन किया है कि हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार में 50 करोड़ रुपये का खर्च आयेगा। इस राशि से वर्तमान रनवे को उपलब्ध जमीन में ही 150 मीटर लम्बा किया जाएगा। इसके अलावा ट्रैफिक कंट्रोल टावर, प्रशासनिक भवन आदि बनाने में बाकी राशि खर्च की जाएगी। सर्वे में यह बात सामने आयी कि हवाई अड्डे के विस्तार के लिए यदि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई तो बहुत बड़ी आबादी इससे प्रभावित होगी। जिला प्रशासन ने इसके लिए राइट्स कंपनी के सर्वे का भी सहारा लिया है, जिसे केंद्र सरकार ने पूर्व में हवाई अड्डे के लिए योजना बनाने का निर्देश दिया था। प्रशिक्षु आईएएस ने बताया कि उड्डयन मंत्रालय की मंजूरी मिलने के बाद ही हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार का काम शुरू होगा। प्रक्रिया आगे बढ़ायी गई है।
जमीन अधिग्रहण का शुरू हो गया था विरोध
जिला प्रशासन द्वारा हवाई अड्डे के लिए जमीन अधिग्रहण न करने के निर्णय से आसपास के लोग राहत महसूस करेंगे। पूर्व में 1200 मीटर के रनवे के विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता जतायी गई थी। इसके बाद हवाई अड्डे के आसपास के गांव के लोग परेशानी में पड़ गए थे। वहां घनी आबादी होने के कारण जमीन की कीमत अधिक थी, दूसरे सैकड़ों ऐसे परिवार इसकी चपेट में आ रहे थे, जिनके पास आवासन के लिए दूसरी जमीन थी ही नहीं। अब जब उपलब्ध जमीन पर ही रनवे के इस्तेमाल का निर्णय लिया गया है तो गांववासियों को राहत मिलेगी।
हैंगर, टैक्सी-वे व टर्मिनल बिल्डिंग बनेंगे दोबारा
50 करोड़ की राशि खर्च में कई प्रावधान किये गये हैं। सबसे प्रमुख टर्मिनल बिल्डिंग है। वर्तमान टर्मिनल बिल्डिंग लगभग खत्म हो गया है, इसकी जगह पर नये भवन का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा टैक्सी वे पूरी तरह से लुप्त है, प्रस्ताव में एक टैक्सी वे का भी प्रावधान किया गया है। इसके अलावा पुराने जीर्णशीर्ण हैंगर को भी ध्वस्त कर नये सिरे से हैंगर के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया गया है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर को भी किसी ने क्षतिग्रस्त कर दिया है, इसलिए उसे भी नए सिरे से लगाने की आवश्यकता बतायी गई है।
Input : Live Hindustan
