बिहार : राज्य मे गंभीर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस मुख्यालय गंभीर हैं। हत्या के लंबित कांडों और उसमें फरार अभियुक्तों को लेकर डीजीपी एसके सिंघल ने पुलिस मुख्यालय में समीक्षा बैठक की।
मुजफ्फरपुर टॉप पर रहा
बिहार के डीजीपी द्वारा इस समीक्षा बैठक में उन जिलों को चिह्नित किया गया, जहां 31 मई 2022 तक हत्याकांड के सर्वाधिक अभियुक्त फरार हैं। संबंधित जिलों को फरार अभियुक्तों की संख्या के साथ पत्र भेजा गया हैं। वहीं इस लिस्ट में 848 फरार अभियुक्तों के कारण मुजफ्फरपुर राज्य मे टॉप पर हैं। जबकि पटना 782 फरार अभियुक्तों के साथ दूसरे नंबर पर हैं।
डीजीपी ने अभियु़क्तों की गिरफ्तारी नहीं होने पर जताई नाराजगी
डीजीपी एसके सिंघल ने राज्य मे हुये हत्याकांड के अभियु़क्तों की गिरफ्तारी नहीं होने पर नाराजगी जताई हैं। उन्होंने जिलों को लिखे अपने पत्र में लिखा हैं कि मई के महीने में ज्यादातर जिलों में हत्याकांड के अभियुक्तों की गिरफ्तारी शून्य हैं जो काफी ज्यादा चिंता का विषय हैं। उन्होंने लिखा है कि बार-बार गंभीर कांडों के अभियुक्तों का निर्देश दिए जाने के बाद भी गिरफ्तारी में तेजी नहीं आना कार्य के प्रति उदासीनता दर्शाता हैं। उन्होने हत्याकांड के फरार अभियुक्तों जल्दी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया हैं। साथ हीं भेजी गई लिस्ट में वर्णित हत्याकांड के फरार अभियुक्तों की संख्या में जल्द से जल्द कमी लाने को भी कहा हैं।
भूमि विवाद व आपसी रंजिश में हो रही ज्यादा हत्याएं
डीजीपी एसके सिंघल ने अपने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि विगत दिनों हुई ज्यादातर हत्याएं भूमि विवाद व आपसी रंजिश की वजह से हुई हैं। उनका कहना हैं कि राज्य मे इस तरह से हत्या होने पर लॉ एंड ऑर्डर पर भी प्रतिकूल असर पड़ता हैं। इन दोनों कारणों से बढ़ी हत्या की घटनाओं को बिहार डीजीपी ने गंभीरता से लेने की बात कही हैं। गौरतलब हैं कि बिहार मे भूमि विवाद के मामलों को समय पर निपटाने का निर्देश सरकार की ओर से दिया गया हैं। प्रत्येक शनिवार को सीओ और थानाध्यक्ष अपने स्तर से भूमि विवाद के मामलों को निपटाने के लिए दोनों पक्षों के साथ बैठक भी करते हैं। हालांकि फिर भी घटनाओं में कमी नहीं आ रही हैं।
31 मई तक हत्याकांड मामले मे फरार सर्वाधिक अभियुक्त वाले टॉप 10 जिले
- मुजफ्फरपुर : 848
- पटना : 782
- मोतिहारी : 558
- गया : 406
- वैशाली : 401
- सिवान : 392
- औरंगाबाद : 292
- अररिया : 255
- जमुई : 229
- मधेपुरा : 211