बिहार के समस्तीपुर जिले के नरघोघी स्थित प्राचीन राम जानकी मंदिर में बुधवार की रात लूटपाट की वारदात हुई। बदमाशों ने मंदिर की सुरक्षा में तैनात होमगार्ड के तीन जवानों की राइफल छीनकर कुएं में फेंक दी और तीनों को बंधक बना 14 मूर्तियां उठा ले गए। इनमें दो मूर्तियां सोने की और बारह अष्टधातु की थीं। इनकी कीमत करोड़ों में आंकी गई है।

गुुरुवार को एसपी दीपक रंजन सहित कई वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने मंदिर मुआयना किया। पुलिस ने मंदिर के मुख्य पुजारी सह महंत बजरंगी दास समेत दो को थाने पर लाकर पूछताछ की। डीएसपी मो. तनवीर ने तीनों राइफलें बरामद कर ली।
मंदिर में तैनात होमगार्ड जवान श्याम पासवान ने बताया कि बुधवार रात करीब एक बजे आठ -दस अपराधी पहुंचे। मुझे दबोच कर हाथ -मुंह बांध दिया। इसके बाद बगल में सो रहे जवान देव कुमार झा एवं योगेन्द्र प्रसाद ङ्क्षसह को भी बंधक बना लिया। फिर मंदिर के गर्भगृह का ताला खोला और 14 मूर्तियां उठा ले गए। अपराधी पिस्तौल से लैस थे। जवानों की एक राइफल मंदिर परिसर तथा दो को पानी भरे कुएं में फेंक दिया।
बताया गया कि भगवान श्रीराम ( 80 किलो), श्रीकृष्ण ( 85 किलो), राधा आदि की बारह मूर्तियां अष्टधातु की थीं। जबकि, लक्ष्मण ( 45 किलो) और जानकी (20 किलो) की मूर्तियां करीब चालीस किलो सोने की थीं। मूर्तियों के सिर पर चांदी के मुकुट थे। घटना से लोगों में आक्रोश है। मंदिर चार सौ साल पुराना है। यह धार्मिक न्यास बोर्ड, पटना से संबद्ध है।
Input : Dainik Jagran