जिले में वैसे तो हर दिन लूट, छिनतई व गोलीबारी की घटनाएं हो रही है। लेकिन, पुलिस की तमाम सुरक्षा व्यवस्था के बाद भी एके 47 से जैसे प्रतिबंधित अवैध हथियार धड़ल्ले से लहराए जा रहे है। सवाल उठता है कि तमाम सुरक्षा व्यवस्था के बाद भी शहर में कैसे एके-47 प्रवेश कराया जा रहा है। अपराधी किस रास्ते से एके-47 लेकर घुसते है और वारदात को अंजाम देकर आराम से निकल जाते है।

लेकिन, शहर में तैनात पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाती है। इसका जवाब पुलिस के वरीय अधिकारियों के पास नहीं है। जवाब के नाम पर पुलिस के अधिकारी सिर्फ इतना बोल रहे कि जांच व कार्रवाई की जा रही है। इस तरह से अपराधी पूरी तरह से बेखौफ होकर शहर में घूम रहे है। और, पुलिस के अधिकारी मौन धारण कर बैठे है। घटनाएं के बाद पुलिस की तरफ से केस दर्ज कर कागजी कार्रवाई कर समेट ली जाती है। और, अपराधी मौज करने में जुट जाते है। तब तो नतीजा यह है कि हर दिन शहर में गोलीबारी व अन्य संगीन वारदातें हो रही है। लेकिन, पुलिस की तरफ से कार्रवाई सिफर है। इसके कारण शहरवासियों में जबरदस्त आक्रोश है। लोग पुलिस की कार्यशैली से आकोशित हैं। पुलिस के विरुद्ध बड़े स्तर पर आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है।
इनपुट : दैनिक जागरण