अपने लाडले को अंतिम बार देखने की इच्छा लिए एक पीड़ित दंपती दस माह से तस्वीर लेकर उसे ढूंढ़ रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने जांच के बाद अपहरण कर हत्या की बात कही थी। मामले में गिरफ्तार एक आरोपित ने भी इसे स्वीकार किया था। लेकिन, शव का पता नहीं लगा। दंपती ने बेटे को खोजने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शायद ही कोई दरवाजा बचा हो, जिसे नहीं खटखटाया। चेहरे पर उदासी और आंखों में आंसू लिये रोज वरीय पुलिस अधिकारियों के दफ्तर में दिखते हैं। कहते हैं-किसी पदाधिकारी को दया आ जाए और कार्रवाई में तेजी आए।

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अपहरण बाद डबल मर्डर का मामला : मोतीपुर में दस माह पूर्व हुए डबल मर्डर का मामला है। अपहरण के बाद मनीष कुमार और दिलीप जायसवाल की हत्या कर दी गई। पुलिस ने एक आरोपित प्रिंस को गिरफ्तार किया था। कुछ दिनों बाद दो अन्य आरोपितों ने समर्पण किया था। प्रेम-प्रसंग में हत्या की बात सामने आई थी। मनीष के पिता प्रदीप कुमार का कहना है पुत्र व उसके साथी की हत्या हुई। मुख्य आरोपित गिरफ्त से दूर है। पुलिस लापरवाही बरत रही है। अब तक बेटे का शव नहीं मिला है।

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हत्या कर नदी में फेंका था शव : गिरफ्तार आरोपित ने पुलिस को बताया था कि हत्या के बाद नदी में मनीष और दिलीप के शव फेंक दिए गए। उसके बताए गए लोकेशन पर पुलिस ने खोजबीन की, लेकिन, शव नहीं मिला।

सोशल साइट को बना रहे सहारा : वाट्सएप और फेसबुक पर भी दोनों की तस्वीरों के साथ कई अन्य को अपलोड कर अपील कर रहे हैं

अपहरण कर हत्या की बात आरोपित ने स्वीकारी, अब तक शव का नहीं चला पतय

मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी तक लगा चुके इंसाफ की गुहार

स्थानीय पुलिस पर अनुसंधान में शिथिलता बरतने का आरोप

नहीं किया अंतिम संस्कार

बेटे की हत्या को झूठा मान उसका अंतिम संस्कार नहीं कर रहे हैं। कहते हैं, जब तक शव देख नहीं लेंगे। दाह-संस्कार की प्रक्रिया नहीं करेंगे। घर में कोई शुभ कार्य नहीं करते। कई दिनों तक भूख-प्यास भूलकर भटकते रहते हैं।

सीएम का खटखटा चुके दरवाजा

बेटे का शव बरामद कराने और आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री व डीजीपी से भी मिल चुके हैं। अफसरों के यहां तो रोज पहुंचते हैं। कहते हैं पुलिस की लापरवाही के कारण आरोपितों को कई बार लाभ मिला है। अनुसंधान में तेजी नहीं आई है।

मामले में सीआइडी और जोनल आइजी ने समीक्षा की है। तीन आरोपितों को जेल भेजा गया था। लड़की का दोबारा बयान लेने की कवायद की जा रही है। -कृष्ण मुरारी प्रसाद, डीएसपी पश्चिमी

Input : Dainik Jagran

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