एसडीएम विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे तो बच्चों को क्या शिक्षा दी जा रही थी इसकी पोल खुल गई। कैमूर जिले के घरी गांव में प्राथमिक विद्यालय का जब औचक निरीक्षण किया गया तो पता चला कि स्कूल के प्राचार्य को आंटी और हसबैंड लिखने नहीं आता। अन्य शिक्षकों को सात का पहाड़ा तक नहीं आता।
दरअसल, डीएम के रूप में डॉ. नवल किशोर चौधरी के आने के बाद बदले हुए परिवेश में जब अधिकारियों ने सरकारी दफ्तरों, कार्यक्रमों, स्कूलों, अस्पतालों आदि की गंभीरता से जांच पड़ताल शुरू की तो सिस्टम की कलई खुलने लगी है।
गुरुवार को मोहनियां के एसडीएम शिवकुमार राउत द्वारा प्रखंड के घरी गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया तो वह यह देख कर दंग रह गए कि जहां विद्यालय के प्रधानाचार्य को आंटी व हसबैंड की सही स्पेलिंग नहीं आती, वहीं शिक्षिका द्वारा छात्र छात्राओं को गलत पहाड़ा सिखाया जा रहा था।
प्रेक्षकों की मानें तो नियोजन प्रक्रिया में बेरोकटोक धांधली की वजह से प्रखंड के कई विद्यालयों में ऐसे शिक्षकों की भरमार है जो छात्र छात्राओं को गलत शिक्षा दे रहे हैं।
एसडीएम ने बताया कि प्रधानाचार्य अब्दुल सत्तार खलीफा ने ब्लैक बोर्ड पर अंग्रेजी शब्दों का अर्थ बताने के दौरान आंटी व हसबैंड की गलत स्पेलिंग लिख रखी थी। विद्यालय की शिक्षिका रमा देवी ने ब्लैक बोर्ड पर सात का पहाड़ा गलत लिखा था। उन्होंने 739=63 की जगह 53 लिख रखा था।
जब इस बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि छात्र द्वारा यह लिखा गया था। लेकिन, ब्लैक बोर्ड की उतनी ऊंचाई पर किसी छात्र का हाथ नहीं पहुंच सकता था। हालांकि, बाद में फिर से लिखवाए जाने पर उन्होंने सही पहाड़ा लिखा।
एसडीएम ने बताया कि विद्यालय की चारदीवारी नहीं है। जलजमाव की वजह से बच्चों का स्वास्थ्य खतरे में दिखा। शौचालय की दशा भी खराब है। उन्होंने बताया कि मिड डे मील की जांच करने पर पाया गया कि वहां पर मेन्यू नहीं टांगा गया था, जिससे कि यह जानकारी मिल सके कि किस दिन क्या पकाना है।
उन्होंने कहा कि इन तीनों बिंदुओं पर प्रधानाचार्य को शोकॉज किया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि विद्यालय में प्रधानाचार्य समेत मात्र दो ही शिक्षक मिले। बताया गया कि एक अन्य शिक्षक मोहनिया में प्रतिनियोजन पर हैं। इसके बारे में बीइओ से जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि जो भी पढ़ाना है वह किताब देखकर पढ़ाएं या घर से पूरी तरह से पढ़ कर आएं।
Input : Dainik Jagran
