मशहूर सिंगर और संगीतकार बप्पी लहिरी का मुंबई में जुहू के क्रिटी केयर हॉस्पिटल में मंगलवार रात लगभग 11:45 बजे निधन हो गया । बप्पी लहरी की उम्र 69 साल थी। वो पिछले काफी समय से बीमारी से ग्रसित थे । पिछले साल अप्रैल में उनको कोरोना भी हो गया था । डॉक्टर के अनुसार उनकी मौत ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया) नमक बीमारी के कारण हुई हैं।

क्रिटी केयर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. दीपक नमजोशी ने कहा की, ‘ बप्पी लहिरी करीब 1 महीने से अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गयी थी, लेकिन उनकी तबीयत अचानक मंगलवार को बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को घर बुलाया और फिर उन्हें अस्पताल लाया गया। उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई सारी दिक्कतें थी। उनकी देर रात ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया) के कारण मृत्यु हो गई।
बप्पी लहरी ने 1970-80 के दशक की फ़िल्मों में डिस्को थीम वाले कई सारे मशहूर गाने दिए। उन्हें’चलते चलते’, ‘डिस्को डांसर’और’शराबी’जैसी फ़िल्मों मे लोकप्रिय गाने देने के लिए भी जाना जाता हैं। बप्पी लहरी का आख़िरी हिंदी गाना साल 2020 की आई फिल्म’बागी 3’के लिए आया था।
बप्पी लहरी का जन्म 27 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के शहर जलपाईगुड़ी में हुआ था, उनका बचपन का नाम आलोकेश’बप्पी’लहरी था,लेकिन वो अपने फ़िल्मी कैरियर के लिए अपना नाम बप्पी लहरी रख लिया ।
बप्पी के माता-पिता अपरेश लहरी और बंसारी लहरी बंग्ला के जाने-माने गायक और शास्त्रीय संगीतकार थे। अपने माता-पिता के नक्शेक़दम पर चलते हुए बप्पी लहरी 3 साल की उम्र में हीं तबला बजाना शुरू कर दिया था। हालांकि उन्होने अपने फ़िल्मी करियर में अधिकतर पार्टी डांस म्यूज़िक को ही कंपोज़ किए हैं।