भागलपुर में जगदीशपुर और पीरपैंती के बड़े बालू व कोयला माफिया से एसएसपी विवेक कुमार की साठगांठ रही है। मुजफ्फरपुर में भी हरियाणा के शराब माफिया से साठगांठ की शिकायत की विजिलेंस की टीम जांच में जुटी है। कहा जा रहा है कि भागलपुर में एसएसपी के पद पर रहते समय सबकुछ जानते हुए भी कोई उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करता था। उन्होंने 28 जून 2014 को भागलपुर एसएसपी की कमान संभाली थी। जबकि नौ अप्रैल 2016 को उनका तबादला मुजफ्फरपुर हो गया था। हालांकि किसी थानेदार की शिकायत वरीय अधिकारियों तक पहुंचने से पहले ही वे कार्रवाई कर देते थे। इसके बाद उक्त थानों में अपने चहेते थानेदारों की पोस्टिंग कर देते थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक भागलपुर में रहते हुए उन्होंने अकूत संपत्ति कमाई। जिससे उन्होंने दिल्ली में कई जगह संपत्ति खरीदीं।

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18 लाख में दी थी जगदीशपुर थाने की थानेदारी : विवेक कुमार बालू और कोयला वाले क्षेत्रों के थानों में मोटी रकम लेकर थानेदारों की पोस्टिंग करते थे। इसके लिए उनका एक खास दलाल सRिय था। उनके कार्यकाल में 18 लाख रुपये लेकर एक थानेदार की पोस्टिंग जगदीशपुर थाने में की गई थी। जिसमें 10 लाख एसएसपी को मिले थे जबकि आठ लाख रुपये दलाल ने अपने पास रख लिए थे। किंतु उक्त थानेदार को वर्तमान एसएसपी मनोज कुमार ने बालू माफिया के साथ साठगांठ के आरोप में निलंबित कर दिया था। फिलहाल वह थानेदार बांका जिला में थानेदार है।

चहेते थानेदार ने भी कमाई है अकूत संपत्ति, मुजफ्फरपुर में हैं तैनात : भागलपुर में एसएसपी रहते विवेक कुमार का एक चहेता थानेदार पूर्व में तातारपुर थाने में इंस्पेक्टर था। लेकिन विवेक कुमार के तबादले के बाद उक्त इंस्पेक्टर ने भी अपना स्थानांतरण मुजफ्फरपुर करा लिया। वहां अभी उसे एक अच्छी कमाई वाले थाने की कमान मिली है। वह अभी एसएसपी के लाइजिनिंग का काम करता है।

आइजी के संज्ञान में आया था मामला : केस में धांधली का मामला जोनल आइजी सुशील मानसिंह खोपड़े के संज्ञान में आया था। मामला 2009 में जगदीशपुर इलाके का था। जमीन विवाद में अपराधियों ने गोली मारकर गोपाल साह की हत्या कर दी थी। इस मामले में मंजू देवी ने महेंद्र मंडल और राजू मंडल के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मगर इस मामले में जांच में आरोपितों को लाभ पहुंचाकर कर्मियों द्वारा बेटी को हत्या का अप्राथमिकी अभियुक्त बना दिया गया था। मंजू का आरोप था कि दारोगा ने डीएसपी से अंतिम प्रगति प्रतिवेदन प्राप्त किए बिना तत्कालीन एसएसपी के स्थानांतरण के समय बेटी के विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित कराने का आदेश करा लिया। एसएसपी ने अपनी जांच रिपोर्ट में आवेदन को गलत बताया था।

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भागलपुर में विजिलेंस जांच से खलबली : विवेक कुमार पर स्पेशल विजिलेंस का शिकंजा कसने के साथ ही उनके चहेतों के बीच भागलपुर में भी खलबली मच गई है। विजिलेंस विवेक के भागलपुर कनेक्शन को भी खंगालेगी। यहां भी यदि किसी के नाम से संपत्ति होगी तो उसकी जांच करेगी। वहीं छापेमारी को लेकर भागलपुर में विवेक कुमार के सक्रिय दलाल पल-पल की अपडेट अपने स्नोतों से ले रहे हैं।

Input : Dainik Jagran

 

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