हाल के दिनों की बड़ी सड़क दुर्घटनाओं से सबक लेते हुए राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा से जुड़े कानून को बदलने की तैयारी शुरू कर दी है। दुर्घटना रोकने के लिए कड़े नियम बनाए जाएंगे। ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के नियम बदलेंगे और दुर्घटना करने वाले ड्राइवरों को और कड़ी सजा मिलेगी। उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रविवार को यह घोषणा की है।

मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी हाईवे पर भनसपट्टी बस हादसे में शनिवार को 14 लोगों की मौत हो गई थी। घायलों से मिलने के बाद रमुजफ्फरपुर में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मुजफ्फरपुर में ही हाल के दिनों में चार बड़ी घटनाएं हुई हैं। सरकार बेहद चिंतित है। दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे।

ड्राइविंग लाइसेंस के नियम बदलेंगे, दोषी को कड़ी सजा :

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने में और कड़ाई बरती जाएगी। नियम और भी कड़े होंगे। सड़क दुर्घटनाओं में मौत होने पर दोषी ड्राइवर के लिए सजा के प्रावधान में भी संशोधन किया जाएगा। केंद्र सरकार से गैरइरादतन दुर्घटना के लिए दो साल की सजा का प्रावधान है। उसे बढ़ाने के लिए अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में 124 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं, जहा हमेशा दुर्घटनाएं हो रही हैं। उन स्थानों के लिए कारगर उपाय किए जा रहे।

कमेटी कर रही अध्ययन, रिपोर्ट पर बनेगी परिवहन नीति :

मोदी ने बताया कि आयुक्त की अध्यक्षता में एक्सीडेंट एनालिसिस कमेटी का गठन किया गया है। वह दुर्घटना के कारणों और रोकने के उपायों पर रिपोर्ट देगी। सरकार बहुत जल्द बिहार सुरक्षित विद्यालय बस परिवहन एवं विनियमन नीति बनाएगी।

केंद्र सरकार एनएचएआइ के माध्यम से दे रही 40 एंबुलेंस :

मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार एनएचएआइ के माध्यम से राज्य को 40 एंबुलेंस देगी। इससे एनएच पर दुर्घटना होने पर घायलों को जल्द से जल्द चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सकेगी। अलावा 40 अन्य गाड़ियां एनएच पर पुलिस पेट्रोलिंग के लिए दी जा रही हैं। गाड़ियों में स्पीड गवर्नर लगेगा, जिससे उनकी गति नियंत्रित रखी जा सके।

ठीक होने के बाद सभी घायलों को एंबुलेंस से पहुंचाएं घर :

उपमुख्यमंत्री ने एसकेएमसीएच में भर्ती सभी 44 घायलों को वार्ड और इमरजेंसी में जाकर देखा। अस्पताल प्रबंधन को सभी मरीजों को ठीक होने के बाद एंबुलेंस से उनके घर पहुंचाने के निर्देश दिए। कहा कि अस्पताल में घायलों की देखरेख के लिए निगरानी टीम बनाई जाए।

Input : Dainik Jagran

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