पटना : बिहार के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने एनएमसीएच के सुपरिटेंडेंट को निलंबित करने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की चेतावनी को लेकर जबरदस्त पलटवार किया हैं।
कोई डॉक्टर 10 साल तो कोई 5 साल से हॉस्पिटल नहीं आ रहा हैं
तेजस्वी यादव ने पटना पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा की, डॉक्टरों की घोर लापरवाही पर कुछ नहीं बोलता आईएमए. बिहार में 705 सरकारी डॉक्टर गायब हैं। कोई डॉक्टर 10 साल तो कोई 5 साल से हॉस्पिटल नहीं आ रहा हैं। ऐसे डॉक्टरों के बारे में कभी एसोसिएशन (IMA) ने क्यों नहीं कहा की इन डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाए। जिस एनएमसीएच के मेडिकल सुपरिटेंडेंट को यह पता ही नहीं हैं हॉस्पिटल में डेंगू वार्ड कहां है। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही साफ तौर पर झलक रही हैं।
हमारी सरकार बेइमानों को छोड़ने वाली नहीं हैं।
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा की, जिसको जहां जाना है जाए, हम जनता के लिए हैं और जनता ने हमें चुना हैं। हमारी सरकार बेइमानों को छोड़ने वाली नहीं हैं। हमारे मुख्यमंत्री भी इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। जो ईमानदार हैं उसे नवाजा जाएगा और जो बेईमान होगा और अपनी ड्यूटी नहीं करेगा उसको सजा मिलेगी।
आईएमए को गलत का सपोर्ट नहीं करना चाहिए
साथ हीं तेजस्वी यादव ने कहा की आईएमए डॉक्टर के लिए बना हैं तो डॉक्टर का हीं पक्ष रखेगा। उसे जो गलत हैं उसका सपोर्ट नहीं करना चाहिए।
बता दें की कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एनएनसीएच के औचक निरीक्षण के बाद लापरवाही के आरोप मे वहां के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार सिंह को निलंबित कर दिया था।