पटना के बोरिंग रोड इलाके में किराए की एक झोपड़ी में रहने वाले छात्र अमरजीत कुमार को बेंगलुरु के प्रसिद्ध कॉलेज ‘अटरिया विश्वविद्यालय’ से इंजीनियरिंग मे स्नातक की पढ़ाई लिए 35 लाख रुपये की स्कॉलरशिप मिला हैं।
गरीबी रेखा से नीचे आता हैं परिवार
स्नातक की पढ़ाई करने के लिए 35 लाख रुपये की छात्रवृत्ति पाने वाले अमरजीत कुमार का परिवार आज भी गरीबी रेखा से नीचे बीपीएल श्रेणी में आता हैं। इनके पिता दिहाड़ी मजदूर थे जिनका 2017 मे निधन गया था। अमरजीत की माता अरुणा देवी दूसरे के घरों में चौका-बर्तन का कामकाज करके परिवार का पालन पोषण करती हैं। अमरजीत अपने परिवार से पहले ऐसे सदस्य होंगे जो किसी कॉलेज मे पढ़ाई करने जाएंगे।
डेक्स्टेरिटी ग्लोबल ने स्कॉलशिप दिलाने मे की मदद
पिछले महीने चर्चा मे आने वाले महादलित छात्र प्रेम कुमार को 2.5 करोड़ की स्कॉलरशिप दिलाने वाले डेक्स्टेरिटी ग्लोबल ने हीं अमरजीत को भी स्कॉलशिप दिलाने में इन्हें मदद की हैं। अमरजीत ने बताया की, डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक शरद सर ने मेरी पढ़ाई में शुरू से हीं मदद की हैं। उन्होंने मेरा दाखिला उसी सेंट डोमिनिक सेवियो हाईस्कूल में कराया जिसमें वे खुद पढ़ते थे। इसके बाद मेरा चयन डेक्स्टेरिटी ग्लोबल के करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम ‘डेक्सटेरिटी टू कॉलेज’ में हुआ। इस संगठन में मैंने कठोर नेतृत्व और करियर विकास का प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसने मेरी जिंदगी बदल दी। मैं सोच भी नहीं सकता था कि ईजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए 35 लाख रुपये की पूरी स्कॉलरशिप पर कॉलेज जाऊंगा।
वहीं डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक और सीईओ शरद सागर ने कहा की, मुझे अमरजीत और सभी डेक्सटेरिटी टू कॉलेज फेलो पर बहुत गर्व हैं। ये बच्चे बहुत हीं सामान्य पृष्ठभूमि से आते हैं लेकिन इन्होंने कुछ असाधारण हासिल किया हैं। डेक्स्टेरिटी मे हम स्थानीय प्रेरणास्रोत बनाने में विश्वास रखते है। अमरजीत भी हमारे देश भारत के लिए एक स्थानीय प्रेरणास्रोत हैं।