बगहा में खेत मे सोहनी कर रहे एक 65 वर्षीय किसान को आदमखोर बाघ ने मौत के घाट उतार दिया। मृतक किसान अपनी पत्नी, बेटी और बहू के साथ खेत में काम कर रहा था, तभी अचानक बाघ ने उसपर हमला कर दिया और परिवार के सामने हीं किसान को अपने जबड़े में दबाकर घसीटते हुए गन्ने के खेत में लेकर चला गया। थोड़ी देर बाद किसान के परिजनों द्वारा शोर मचाने के बाद जब गांव के लोग इकट्‌ठा हुए तो सभी गन्ने के खेत में गए। वहां किसान की लाश पड़ी हुई थी।

वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची

मामला बैरिया काला गांव के पास सरेह का हैं। बुधवार को बैरिया कला गांव निवासी रामप्रसाद उरांव अपनी पत्नी, बेटी और बहू के साथ खेत में सोहनी कर रहा थे। इसी दौरान उनपर एक आदमखोर बाघ हमला कर दिया जिसमे किसान की मृत्यु हो गई। वहीं इस घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया हैं।

पत्नी और बेटी ने बताई आंखों देखी घटना 

मृतक किसान की पत्नी और बेटी ने बताया की, “हम सभी खेत पर काम कर रहे थे तभी अचानक से बिना आवाज किए एक बाघ ने हमला कर दिया। हम कुछ समझ ही नहीं पा रहे थे। उसने उनपर (मृतक किसान) हमला कर दिया। वो 65 साल के थे, इसलिए भाग नहीं पाए। बाघ ने उनका मुंह अपने जबड़े में जकड़ कर उन्हें घसीटते हुए गन्ने के खेत में ले गया। वो चिल्ला रहे थे। और हम भी लोगों से मदद मांग रहे थे लेकिन हमलोग कुछ नहीं कर पाये। गांवों वालों के आने के बाद हम गन्ने के खेत में गए। तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। हमारी आंखों के सामने उनकी दर्दनाक मौत हो गई। और हम कुछ नहीं कर पाए।”

दहशत में ग्रामीण

घटना के बाद से ग्रामीण दहशत में हैं। बीते 12 सितंबर को भी बैरिया कला गांव के पास बाघ के हमले में एक महिला की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद आक्रोशित किसानों ने शव लेकर प्रदर्शन भी किया था। जिसे वन विभाग के अधिकारी को लोगों का भारी आक्रोश झेलना पड़ा था।

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