तीन अलग-अलग सड़क हादसों में रविवार को चार लोगों की मौत हो गई। पहली घटना रविवार की रात सदर थाना क्षेत्र के शेरपुर में मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर मेन रोड पर हुई। जिसमें बाइक सवार पिता-पुत्र की मौत हो गई। फौजी कृष्ण कुमार सिंह सकरा स्थित पैतृक गांव से बाइक पर बेटे के साथ भिखनपुरा स्थित आवास आ रहे थे। इकलौता पुत्र अजीत बाइक ड्राइव कर रहा था। जबकि पिता फौजी कृष्ण कुमार सिंह बाइक के पीछे बैठे थे। हाईवे पर सामने से आ रहे वाहनों की लाइट से आंख चौंधिया जाने के कारण बाइक आगे जा रही ट्रैक्टर से टकरा गई। दोनों बगैर हेलमेट के थे। जिस कारण दोनों के सिर में गंभीर चोट लगी। पिता-पुत्र ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। फौजी कृष्ण कुमार सिंह मूल रूप से सकरा थाना के मारकन मड़वन के रहने वाले थे। भिखनपुरा के प्रज्ञा नगर में इकलौते पुत्र अजीत के साथ रहते थे। सुबह में दोनों पैतृक गांव गए थे। लौटने के दौरान शेरपुर में वन विभाग के कार्यालय के निकट यह हादसा हुआ। पहली घटना
ससुराल जा रहे कार सवार बैंककर्मी की करजा में मौत
मुजफ्फरपुर| मड़वन के करजा थाना क्षेत्र के नरहर सराय के समीप एनएच-102 पर मुजफ्फरपुर की ओर से सरैया तरफ जा रही कार अनियंत्रित होकर पलट गई। घटना में कार ड्राइव कर रहे बैंककर्मी दीपक कुमार गाड़ी से छिटक कर 10 फीट दूर जा गिरे। गंभीर स्थिति में पीएचसी ले जाने के क्रम में दीपक ने दम तोड़ दिया। दीपक सिवाईपट्टी थाना क्षेत्र के सुरजन पकड़ी निवासी उपेंद्र चौधरी के इकलौता पुत्र थे। शिवहर एक्सिस बैंक में कार्यरत दीपक रविवार की शाम पारू स्थित ससुराल जा रहे थे। मार्च क्लोजिंग में काफी व्यस्त रहने के बाद पहली अप्रैल की छुट्टी में दीपक कार से ससुराल जा रहा थे। दूसरी घटना
साइकिल सवार बच्चे को ट्रक ने रौंदा, हुई मौत
मुजफ्फरपुर | मोतीपुर के जुनेदा गांव के पास ट्रक की चपेट में आने से साइकिल सवार किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान एसकेएमसीएच में उसकी मौत हो गई। लोगों ने खदेड़कर ट्रक को बगही पुल के पास पकड़ लिया। हालांकि, चालक भाग निकला। धूमनगर बखरी निवासी रामप्रवेश सहनी का पुत्र रघु कुमार (12 वर्ष) मोतीपुर से साइकिल से अपने घर लौट रहा था। ठोकर लगने के बाद रघु साइकिल सहित ट्रक में फंस गया। तकरीबन 200 मीटर तक घसीटने के बाद रघु साइकिल सहित ट्रक से निकला। वह बुरी तरह जख्मी था। पुलिस ने उसको एसकेएमसीएच में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। ट्रक को जब्त कर लिया गया है। तीसरी घटना
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर अजीत की पत्नी बबीता का था बुरा हाल, लोगों ने संभाला
अजीत की मां की पहले ही मौत हो चुकी थी। अजीत अपनी दो बेटी व 6 साल के एक पुत्र के साथ शहर के प्रज्ञा नगर में रह रहा था। प्राइवेट कंपनी से जुड़ कर रोजी-रोटी चला रहा था। सड़क दुर्घटना की सूचना के बाद अजीत की पत्नी बबीता को संबंधी लेकर मां जानकी अस्पताल पहुंचे। मां जानकी अस्पताल में मुश्किल से बबीता को संभाला जा सका। रो-रो कर उसका बुरा हाल था। मृतक अजीत के साढ़ू संतोष कुमार सिंह ने बताया कि बहुत ही हृदयविदारक घटना है। 7 व 9 साल की दो बेटी व 6 साल का एक बेटा है।
Input : Dainik Bhaskar