‘जंग और प्यार में सब चलता है यार, यह डॉयलाग बॉलीवुड फिल्म ‘जंग का है। कुछ इसी तरह की कहानी वाहन चोर गिरोह के मास्टरमाइंड अभिरंजन कुमार उर्फ बिट्टू की भी है। वह बीएससी की पढ़ाई के साथ-साथ दवा कंपनी में एमआर (मेडिकल रिप्रजेंटेटिव) की जॉब भी कर रहा था। लेकिन, वैशाली के जन्दाहा की एक लड़की से आंखें चार होने के बाद जिंदगी बदल गई। माशूका को खुश रखने के लिए उसकी हर चाहत पूरी करने का प्रयास करता था। पहले तो अपनी कमाई की राशि खर्च की, लेकिन उसमें कमी आने लगी तो एक दिन उसने अपराध की दुनिया में कदम बढ़ा दिया। वाहन चुराने के धंधे में इतना आगे बढ़ गया कि गिरोह खड़ाकर सरगना बन गया।
पुलिस के समक्ष पूछताछ में अभिरंजन कुमार उर्फ बिट्टू ने बताया कि वह प्रेमिका की हर मांग पूरी करता था। पैसे की कमी पूरी करने के लिए बाइक चोरी करने लगा। बिट्टू ने बताया कि उसने मात्र चार बाइक की चोरी की थी, लेकिन अन्य बाइक उसके गिरोह के सदस्यों ने चुराई थी। गिरोह में उसका सहयोग विवेक व दीपक करता था, जो फिलहाल फरार हैं।
पांच हजार रुपये में बेची जाती थी बाइक : समस्तीपुर से चोरी की गई बाइक मुजफ्फरपुर लाकर चार से पांच हजार रुपये में बेची जाती थी। साथ ही चोरी की बाइक लाने वाले को एक हजार रुपये दिया जाता था। बाइक की चोरी अभिरंजन एमआर की वेशभूषा में करता था। वह अपनी पहचान छिपाने के लिए बैग में दवा, पत्र, डायरी रखता था। पुलिस की बरामदगी के दौरान उसके बैग से बाइक की कई चाबियां मिली। वहीं, आधा दर्जन सिम भी बरामद की गईं।
Photos Credit : RK Roy Jhanjath Times
Input : Live Hindustan