गांधी सेतु पर अब गिट्टी और बालू से लदे वाहनों का परिचालन नहीं होगा। गिट्टी और बालू से लदे वाहन अब बेगूसराय के राजेंद्र सेतु और आरा-छपरा के बीच हाल ही में बने वीर कुंवर सिंह सेतु होते हुए उत्तर बिहार की ओर जाएंगे। गांधी सेतु पर फिलहाल यात्री बसों और छोटी गाडिय़ों का परिचालन जारी रहेगा। दीघा-सोनपुर के बीच नवनिर्मित जेपी सेतु के बीच प्रायोगिक तौर पर भारी वाहनों का परिचालन रात दस बजे से सुबह चार बजे तक होगा। यह परिचालन वन वे रहेगा। केवल पटना से उत्तर बिहार के लिए भारी वाहन इस पुल का इस्तेमाल कर सकेंगे।
मुख्य सचिव ने सात दिनों में ट्रैफिक प्लान लागू करने को कहा
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्देश दिया। बैठक में गृह सचिव, पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा तथा सारण, भोजपुर, पटना तथा वैशाली के डीएम-एसपी भी मौजूद थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि अगले सात दिनों के अंदर इस फैसले का क्रियान्वयन संबंधित जिला प्रशासन के स्तर से सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए अतिरिक्त पुलिस व प्रशासनिक व्यवस्था भी की जा सकती है। गांधी सेतु पर जाम की मुख्य वजह यह है बालू और गिट्टी लदे वाहन बड़ी संख्या में इस पुल के रास्ते उत्तर बिहार जाते और लौटते हैं। इस वजह से पटना के बाईपास इलाके और संपतचक में भी नियमित रूप से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

गांधी सेतु पर अब गिट्टी और बालू से लदे वाहनों का परिचालन नहीं होगा। गिट्टी और बालू से लदे वाहन अब बेगूसराय के राजेंद्र सेतु और आरा-छपरा के बीच हाल ही में बने वीर कुंवर सिंह सेतु होते हुए उत्तर बिहार की ओर जाएंगे। गांधी सेतु पर फिलहाल यात्री बसों और छोटी गाडिय़ों का परिचालन जारी रहेगा। दीघा-सोनपुर के बीच नवनिर्मित जेपी सेतु के बीच प्रायोगिक तौर पर भारी वाहनों का परिचालन रात दस बजे से सुबह चार बजे तक होगा। यह परिचालन वन वे रहेगा। केवल पटना से उत्तर बिहार के लिए भारी वाहन इस पुल का इस्तेमाल कर सकेंगे।
मुख्य सचिव ने सात दिनों में ट्रैफिक प्लान लागू करने को कहा
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्देश दिया। बैठक में गृह सचिव, पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा तथा सारण, भोजपुर, पटना तथा वैशाली के डीएम-एसपी भी मौजूद थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि अगले सात दिनों के अंदर इस फैसले का क्रियान्वयन संबंधित जिला प्रशासन के स्तर से सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए अतिरिक्त पुलिस व प्रशासनिक व्यवस्था भी की जा सकती है। गांधी सेतु पर जाम की मुख्य वजह यह है बालू और गिट्टïी लदे वाहन बड़ी संख्या में इस पुल के रास्ते उत्तर बिहार जाते और लौटते हैं। इस वजह से पटना के बाईपास इलाके और संपतचक में भी नियमित रूप से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
यह महत्वपूर्ण निर्णय भी लिया गया कि गायघाट से हाजीपुर के बीच जो पीपा पुल है उस पर छोटे वाहनों के परिचालन के लिए समय सीमा की बाध्यता खत्म कर दी जाए। अभी शाम छह बजे के बाद पीपा पुल पर वाहन नहीं चलते हैैं। अब चौबीस घंटे पीपा पुल पर वाहनों का परिचालन होगा।
Input : Dainik Jagran