सोमवार की सुबह के 10 बजे जमुई मंडल कारा परिसर का नजारा ही कुछ और था, कारण था एक यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद कैदी का उसकी माशूका के साथ न्यायालय के आदेश पर शादी का। इसके लिए जेल प्रशासन ने शादी की सारी तैयारी कर रखी थी, न्यायायल का आदेश को निभाते हुए जेल प्रशासन ने निभा की शादी आरोपी व्यास के साथ जेल परिसर में बने मंदिर में हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार करवा दिया।
मामला तीन साल पुराना है जब गिधौर् थाना अन्तर्गत पड़ने वाले गेनाडीह निवासी निभा की नजरें लक्ष्मीपुर थानाक्षेत्र के गुगुलडीह गांव के रहनेवाले व्यास पाण्डेय से चार हुई। प्यार जब परवान चढ़ा तो लड़की भी सीमा लांघ गई और दोनों के बीच वह संबंध भी बन गया जिसे समाज नाजायज कहती है ।
जब लड़की के परिजनों को इस बात की जानकारी हुई तो लड़के पर शादी का दबाव बनाना शुरू किया लेकिन लड़के ने अपने परिवार वालों के दबाव में आकर शादी करने से इंकार कर दिया, तब लड़की ने न्यायालय की शरण ली और लड़के पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण का मुकदमा दायर कर दिया । माननीय न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने लड़के को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
तीन साल बीत जाने और जेल की हवा खाने के बाद लड़के को होश आया और न्यायलय में अर्जी दी कि मैं लड़की से शादी करने को तैयार हूं। इस पर न्यायालय ने लड़की का पक्ष जानना चाहा कि लड़की शादी के लिए तैयार है या नहीं। लड़की ने शादी के लिए न्यायालय में अपनी सहमति दे दी। न्यायालय ने जेल प्रशासन की निगरानी में अपना आदेश दिया कि दोनों की शादी करा दी जाए।
आखिरकार कैदी की शादी उसकी प्रेमिका से पुलिस की निगरानी में सोमवार को करा दी गई। हालांकि इस शादी में लड़के के परिजन उपस्थित नहीं थे, तो एेसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वो आज भी इस शादी के पक्ष में नहीं हैं। इसके बावजूद दूल्हे ने जीवनभर अपनी पत्नी का साथ निभाने का वादा किया तो दुल्हन भी इस शादी से काफी खुश दिख रही थी।
शादी के बाद जहां दूल्हे को जेल भेज दिया और दुल्हन अपने मायके चली गई। इस शादी के अवसर पर जेल के कर्मचारी मौजूद थे। वर-वधू ने जेल अधीक्षक सहित सभी बड़ों का आशीर्वाद लिया।
Input : Dainik Jagran