बक्सर : जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा रविवार को बक्सर पहुंचे, जहां उन्हें अपने हीं कार्यकर्ताओं द्वारा भारी विरोध झेलना पड़ा। कुशवाहा समाज के हितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कुछ युवकों द्वारा बैंगन, भिंडी व काला झंडा दिखाया गया।

विरोध करने वाले लोगो का कहना था की कुशवाहा समाज के सब्जी विक्रेताओं को मंडी में जगह मिले तथा सब्जियों के उचित भाव दिलाई जाए। और इस क्रम में उनके द्वारा विरोधी नारे भी लगाए गए।
विडियो :
उपेन्द्र कुशवाहा का हुआ विरोध, अपने ही कार्यकर्ताओं ने फेंके भिंडी-बैंगन. pic.twitter.com/XDvFf2aMOH
— UnSeen India (@USIndia_) October 16, 2022
‘सद्भावना बढ़ाओ-देश बचाओ’ अभियान का किया आगाज
उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को बक्सर के ऐतिहासिक किला मैदान स्थित रामलीला मंच से जेडीयू का प्रदेश स्तरीय ‘सद्भावना बढ़ाओ-देश बचाओ’ अभियान का आगाज किया। उन्होने मंच से केंद्र सरकार जमकर हमला बोला। उन्होने कहा की, केंद्र सरकार चोर दरवाजे से गरीबों का हक छीनना चाहती हैं. इसके लिए आरएसएस समर्थित बीजेपी नीति सरकार अप्रत्यक्ष रूप से कभी कोर्ट का सहारा ले रही हैं तो कभी किसी संवैधानिक संस्था के माध्यम से नियमों में बदलाव कर खुद के चहेतों को लाभ पहुंचाने की साजिश रचती हैं। नगर पालिका चुनाव का स्थगन उसी का हीं एक हिस्सा हैं।
कोर्ट के माध्यम से अपना उद्देश्य पूरा किया
उपेंद्र कुशवाहा ने आगे कहा की, पिछड़ा, अति पिछड़ा व एससी-एसटी के अलावा अगड़ी जातियों को भी सतर्क रहनाा चाहिए तथा बीजेपी की मानसिकता को समझकर चौक-चौराहों पर मुखर होकर जवाब देना चाहिए। राजनीतिक कारणों से सीधा हस्तक्षेप न करते हुए कोर्ट के माध्यम से बिहार मे नगर निकाय चुनाव पर रोक लगवाया गया, ताकि अतिपिछड़ा वर्ग के विरोध का सामना न करना पड़े और उनका उद्देश्य भी पूरा हो जाए।
गरीब का बेटा हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में जज नहीं बन सकता
कुशवाहा ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को आगाह कराते हुए कहा की निकाय चुनाव तो गरीबों के हक पर डाका से पहले का मात्र झटका भर हैं। ऐसे मे अब भी नहीं जगे तो पूरी आरक्षण व्यवस्था पर प्रहार किया जाएगा। साथ हीं उन्होने कॉलेजियम का जिक्र करते हुए कहा की गरीब का बेटा हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में जज नहीं बन सकता हैं। पहले से समृद्ध व प्रभावशाली रहे केवल ढाई सौ से तीन सौ परिवार के सगे-संबंधी ही वहां जज बनते हैं।