मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर के गांधी चौक-महना रोड की एक विवाहिता महिला की बीते गुरुवार रात चांदनी चौक स्थित एक निजी हॉस्पिटल में मृत्यु हो गई। दरअसल महिला को आग से बुरी तरह से झुलसने के बाद 23 दिन पहले अस्पताल भर्ती कराया गया था। वहीं महिला साक्षी कुमारी (35 वर्ष) के मौत के बाद उसके मायके वालों ने ससुराल वालों पर बेटा नहीं होने के कारण जिंदा जलाने का आरोप लगाया।
पुलिस पर आरोप लगाया
मृतक महिला के मायके वालों ने यह भी आरोप लगाया कि, हॉस्पिटल वालों की सूचना पर कांटी थाने की पुलिस बयान लेने अस्पताल पहुंची थी। लेकिन, उस वक्त वह अचेत अवस्था में थी। जिसके बाद पुलिस पदाधिकरी ने अपने मर्जी से बयान लिख लिया। और जब कांटी व मोतीपुर थाना पर शिकायत के लिए पहुंचे तो पुलिस ने उनका आवेदन लेने से इनकार कर दिया। एसएसपी को भी कॉल की, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। वहीं डीएसपी वेस्ट अभिषेक आनंद ने कहा कि महिला का बयान हो गया था। अब आगे कार्रवाई की जाएगी। जब वे इस मामले
बेटी होने के कारण प्रताड़ित करते थे ससुराल वाले
वहीं मृतका साक्षी कुमारी के भाई रोहित कुमार ने ससुराल वालों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी बहन की शादी मोतीपुर के व्यापारी धर्मेंद्र कुमार से जनवरी 2012 में हुई थी। और सब कुछ ठीक था। इसी बीच साक्षी कुमार ने दिसम्बर 2012 में ही एक बेटी को जन्म दिया था। जिसके बाद बाद से हीं उसके ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करने लगे। 2018 में फिर उसने दूसरी बेटी को जन्म दिया। जिसके बाद वे और ज्यादा प्रताड़ना मारपीट व गली गलौज करने लगे। और फिर बीते 8 फरवरी को उसके ससुराल वालों ने केरोसिन छिड़क कर जिंदा जला दिया।